मस्त विचार 1032 | Apr 18, 2016 | मस्त विचार | 0 comments हम आगे बढ़ते हैं, नए रास्ते बनाते हैं, और नई योजनाएँ बनाते हैं. क्योंकि हम जिज्ञासु हैं और जिज्ञासा हमें नई राहों पर ले जाती है. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ