मस्त विचार 4193
ख्वाहिश बस इतनी सी ….चाहिए एक छोटा सा पल…
और साथ तुम …….सिर्फ तुम
और साथ तुम …….सिर्फ तुम
समझ आयी तो हम ख्वाबों की मुट्ठी में थे !!
कम्बख्त वहीं से गुजरता है जहां रास्ते नहीं होते..
इसलिए आज में सुधार करें और पुरानी बातों को अनुभव की तरह इस्तेमाल करें.
किसी से बात ना होना भी चुभता है..