फूलों की तरह मुस्कुराते रहिए,
भंवरों की तरह गुनगुनाते रहिए.
चुप रहने से रिश्ते भी उदास हो जाते हैं,
कुछ उनकी सुनिए कुछ अपनी सुनाते रहिए.
भूल जाइए शिकवे शिकायतों के पलों को,
और…छोटी छोटी खुशियों के मोती लुटाते रहिए.
भंवरों की तरह गुनगुनाते रहिए.
चुप रहने से रिश्ते भी उदास हो जाते हैं,
कुछ उनकी सुनिए कुछ अपनी सुनाते रहिए.
भूल जाइए शिकवे शिकायतों के पलों को,
और…छोटी छोटी खुशियों के मोती लुटाते रहिए.