मस्त विचार 012 | Jun 14, 2014 | मस्त विचार | 0 comments न मुस्कुराने को जी चाहता है, न आँसू बहाने को जी चाहता है, लिखूँ तो क्या लिखूँ तेरी याद में, बस तेरे पास आने को जी चाहता है. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ