तू मत बना किनारों को, ये किनारे टूट जाते हैं.
तू मत बना सहारों को, ये सहारे छूट जाते हैं.
मुसीबत में कहां कोई काम आता है,
ये आदत है जहां वालों की, ये अक्सर रूठ जाते हैं.
तू मत बना सहारों को, ये सहारे छूट जाते हैं.
मुसीबत में कहां कोई काम आता है,
ये आदत है जहां वालों की, ये अक्सर रूठ जाते हैं.