प्रार्थना करो केवल इसलिए नहीं की कुछ जरुरत है…
बल्कि इसलिए की हम शुक्रगुजार हैं, जो कुछ हमारे पास है.
“उन दिनों को याद करें”
_जब आपने उन चीज़ों के लिए प्रार्थना की थी.. _ जो अब आपके पास हैं.
Remember the days you prayed for the things you have now.