खूबसूरती क्या है….
खूबसूरत है वो लब… जिन पर, दूसरों के लिए कोई दुआ आ जाए !
खूबसूरत है वो दिल… जो किसी के दुख मे शामिल हो जाए !
खूबसूरत है वो जज़बात… जो दूसरो की भावनाओं को समझ जाए !
खूबसूरत है वो एहसास… जिस में, प्यार की मिठास हो जाए !
खूबसूरत है वो बातें जिनमें… शामिल हों दोस्ती और प्यार के किस्से कहानियाँ !
खूबसूरत हैं वो आँखे… जिनमे, किसी के खूबसूरत ख्वा़़ब समाँ जाए !
खूबसूरत है वो हाथ… जो किसी के लिए, मुश्किल के वक्त सहारा बन जाए !
खूबसूरत है वो सोच … जो दूसरों की भलाई के लिये सोची जाए !
खूबसूरत है वो दामन…. जो, अपनो के ग़मों को छुपा जाए !
खूबसूरत है वो आसूँ … जो, किसी और के ग़म में बह जाए !!!
_ खूबसूरत होना जरुरी नहीं, किसी के लिए होना खूबसूरत है !!
-“हम सभी अपने-अपने तरीके से खूबसूरत हैं.”
दुनिया खूबसूरत है, यदि आपके नज़र में आपकी दुनिया खूबसूरत है.!!
जीवन की यही तो खूबसूरती है, कर्मफल हमारे साथ चलता है.!!
यह दुनिया बहुत खूबसूरत है और यह जीवन बार-बार नहीं मिलता.
_ इसलिए जी लो, जब तक जीवन है.!!
वो जिसमें शीतलता हो, रफ़्तार में कुछ पल आत्मिक ठहराव हो, वो जो सिर्फ लिखा हुआ पढ़े नहीं.. उसे समझे भी.. हमें सुने भी,
_ मन की खूबसूरती हो.. जिसमें, चीजों को समझने का कॉमनसेंस हो, गंभीरता हो, मैच्योरिटी दिखाई दे.. उसके काम में, – वही इंसान सबसे ज्यादा खूबसूरत होता है.
_ ताकि जब उम्र ढले तो भी उस इंसान की जिंदादिली बड़ी खूबसूरत लगे,
केवल आवाज़ अच्छी हो, शक्ल अच्छी हो, इंसान अच्छा ना हो, उसमें कॉमनसेंस ना हो, जीवन को जीने की कला ना हो तो…
_ ऐसी बाहरी खूबसूरती से आकर्षण ख़त्म हो जाता है और एक समय बाद वो इंसान नीरस हो जाता है..।
– रिदम राही