मस्त विचार 219

तेरी चाह की चाहत को हम दुनिया से छिपा न सके.

कोशिश तो बहुत की तुझे भुलाने की ,

पर चाह कर भी यार तुझे भुला न सके. 

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected