जिंदगी में कुछ फैसले हम खुद लेते हैं, और कुछ हमारी तकदीर.
बस अंतर तो सिर्फ इतना है कि
तकदीर के फैसले हमें पसंद नहीं आते
और हमारे फैसले तकदीर पसंद नहीं करती…
बस अंतर तो सिर्फ इतना है कि
तकदीर के फैसले हमें पसंद नहीं आते
और हमारे फैसले तकदीर पसंद नहीं करती…