लोग रूप देखते हैं; हम दिल देखते हैं;
लोग सपना देखते हैं; हम हक़ीकत देखते हैं;
बस फर्क इतना है कि;
लोग दुनिया में दोस्त देखते हैं; हम दोस्तों में दुनिया देखते हैं…।।।
लोग सपना देखते हैं; हम हक़ीकत देखते हैं;
बस फर्क इतना है कि;
लोग दुनिया में दोस्त देखते हैं; हम दोस्तों में दुनिया देखते हैं…।।।