मस्त विचार 3194

आईना हूं तेरा, क्यूं इतना कतरा रहे हो. _

_ सच ही कहूंगा, क्यूं इतना घबरा रहे हो..

आईना भला कब किसी को सच बता पाया है,_ जब भी देखो दांया तो बायां नज़र आया है !!

इस लिए खुद को आईना समझकर दूसरों की कमियां बताने वाले लोग किसी को जज करना बन्द करें,

सभी की जिन्दगी एक जैसी नही होती, अलग अलग समस्याएं भी होती हैं,

बस फर्क है कि वक्त सही हो तो इंसान महान नजर आता है और वक्त खराब हो तो हैवान !

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