रिश्ते वो नहीं, जो हम बनाते हैं,
रिश्ते वो हैं, जिन्हें वक्त बनाते हैं.
अपने वो नहीं, जिन्हें हम चाहते हैं,
अपने तो वो हैं, जो हमें चाहते हैं.
रिश्ते वो हैं, जिन्हें वक्त बनाते हैं.
अपने वो नहीं, जिन्हें हम चाहते हैं,
अपने तो वो हैं, जो हमें चाहते हैं.