मस्त विचार 3619

ख़्वाबों के मखमल से, बाहर आइए जनाब..!

_ हक़ीक़त की धूप, आपका इंतज़ार कर रही है !!

हम किसी कि ज़रूरत और आदत हो सकते हैं,

_लेकिन हक़ीक़त में हम किसी के लिए ज़रूरी नहीं होते !!

कुछ हक़ीक़त ऐसी होती हैं, जिनका सच मानने में हम तमाम उम्र गुज़ार देते हैं.

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