अपने साथ बेशकीमती फलसफ़े लेकर आती है,
हर ठोकर जीवन में कुछ नया सीखा कर जाती है..
खुद ठोकर खाकर संभले तो क्या संभले,
_दूसरे को ठोकर खाते देख, _जो संभल जाए, वही समझदार है..!!
हर ठोकर जीवन में कुछ नया सीखा कर जाती है..
_दूसरे को ठोकर खाते देख, _जो संभल जाए, वही समझदार है..!!