मस्त विचार 3688

इतना होश ज़रूर रखो कि, कहीं से, दुःख न आ जाए,

_ फिर ज़िंदगी भर मौज़ करो.

सब कुछ मन में भर लो तो, ज़िन्दगी जहर बन जाती है ;

और अगर एक कान से सुन कर दूसरे कान से निकाल दो तो ;

_ “ज़िन्दगी मौज बन जाती है”

घोलिए न जहर ज्यादा सोचिए अगर पीना पड़ गया तो..

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