व्यक्ति अपनी तुलना दूसरों से करके यह देखता है कि ऐसा क्या है जो दूसरों के पास है, परन्तु उसके पास नहीं. लेकिन क्यों कभी वह इस बात की तुलना नहीं करता कि क्या- क्या उसके पास है और दूसरों के पास नहीं. इस प्रकृति की आप पर जो कृपा है, जो आपके जीवन पर उसकी करुणा दृष्टि है, उसे अनदेखा न करें. यदि अपने जीवन में कुछ और पाने की इच्छा के कारण आप असंतोष और बैचेनी महसूस कर रहे हैं, तो आपको अपना नजरिया बदलने की आवश्यकता है.