लोगों ने मुझ में इतनी कमियां निकाल दी कि,
_ खूबियों के सिवाय अब मुझ में कुछ बचा ही नहीं..
प्रतिदिन स्वयं पर थोड़ा-थोड़ा करके काम करें..
..अपनी कमियां, अपनी खामियां दूर करते जाएँ,
_जब तक कि आपका असली स्वयं प्रकट न हो जाए.
_ खूबियों के सिवाय अब मुझ में कुछ बचा ही नहीं..
..अपनी कमियां, अपनी खामियां दूर करते जाएँ,
_जब तक कि आपका असली स्वयं प्रकट न हो जाए.