अपने किरदार की सौग़ात सम्हालो वर्ना..
_ लौट कर फूलों मे खुश्बु नही आने वाली..
आप का अधिकार फूलों तक है, खुशबू आप की पाबंदियों से बाहर है..!!
हाथ काँटों से हो कर गुजरते रहे हैं, फूलों से इश्क़ का यूं हाल न पूछ..!!
“यदि आपका दिल ज्वालामुखी है, तो आप फूलों के खिलने की उम्मीद कैसे करेंगे ?”
“If your heart is a volcano, how shall you expect flowers to bloom?”