इच्छाओं ने इंसानो को जीना भुला कर मशीन बना दिया है.!!
साथ रहते रहते वक्त यूँ ही गुजर जाएगा,
_ दूर होने के बाद कौन किसे याद आएगा..
_ जी लो ये पल जब हम साथ साथ है..
_ कल का क्या पता वक्त कहाँ ले जाएगा..
जो भी है, बस यही इक पल है.
_इस पल के बाद वाले पल का किसी को पता नहीं..
_जीवन की इस सचाई के लिए बच्चा, जवान, बूढ़ा, सब एक समान हैं.
_इस पल के बाद वाले पल का किसी को पता नहीं..
_जीवन की इस सचाई के लिए बच्चा, जवान, बूढ़ा, सब एक समान हैं.
इंसान सोचता कुछ है पर होता कुछ और ही है,
_ बहुत कम लोग अपनी इच्छाओं को जीवंत होते देख पाते हैं,
_ हम ख्वाब देखते हैं, आराम से जिंदगी व्यतीत करने की सोचते हैं,
_ पर कभी नहीं सोचते कि अगले ही पल न जाने क्या होने वाला है ?
_ यह खूबी है इंसान में कि उसे पता है कि अगले पल का भरोसा नहीं..
_ पर फिर भी लगातार मेहनत करता रहता है, वह कर्म करने से पीछे नहीं हटता !!