मस्त विचार 4332

जीवन उतना भी गम्भीर नहीं है, जितना हमारा दिमाग इसे बना देता है..
कचरा घर का हो या दिमाग का, यहां वहां नहीं फेंकना चाहिए.!!
मकड़ी जैसे मतउलझो.. तुम गम के ताने बाने में..
_ तितली जैसे रंग बिखेरो.. हँस कर इस ज़माने में..!!

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