बीते कल में बस उतनी ही ताक- झाँक करें, जितनी सुखद हों, उस से सबक लें, उस में जीने की आदत न डालें. बीते कल का गुणगान करने वाले लोग, समय के साथ नहीं चल पाते और पीछे छूट जाते हैं.
यदि बीते कल के बारे में ही सोचते रहोगे तो आने वाला कल बेहतर नहीं बनेगा.