ये मेरा कर्त्तव्य है कि मै तेरे समीप जाऊँ.
कुछ सीखूँ, समझूँ और जब लौट कर घर आऊँ
तो हर सीखी हुई बात को अपने जीवन में उतारूँ.
वक्त के साथ बदलने में कोई बुराई नहीं है,
शर्त सिर्फ यह है कि बदलाव बुरा नहीं होना चाहिए.
कुछ सीखूँ, समझूँ और जब लौट कर घर आऊँ
तो हर सीखी हुई बात को अपने जीवन में उतारूँ.
शर्त सिर्फ यह है कि बदलाव बुरा नहीं होना चाहिए.