मस्त विचार 060

ये मेरा कर्त्तव्य है कि मै तेरे समीप जाऊँ.

कुछ सीखूँ, समझूँ और जब लौट कर घर आऊँ

तो हर सीखी हुई बात को अपने जीवन में उतारूँ.

वक्त के साथ बदलने में कोई बुराई नहीं है,

शर्त सिर्फ यह है कि बदलाव बुरा नहीं होना चाहिए.

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