कठिनाई हार गई मुझ से, पर मै तो ना बिलकुल बिखरा. पैसों की भी देखी तंगी, बीमारी भी आई नंगी. मै झेल गया विपदा सारी, पर ना मैंने हिम्मत हारी. ना इन सबने लाचार किया, मैंने हर सपना साकार किया. जीवन जीने की शैली को, मैंने एक नया आकार दिया.
मुश्किल से जब- जब मै गुजरा, पहले से भी ज्यादा निखरा.