हँसता मुस्कुराता चेहरा न केवल औरों का दिल जीतता है, बल्कि आपके जीवन में भी ख़ुशियों की मिठास घोलता है.
हँसने- मुस्कुराने से मन हल्का हो जाता है, परेशानियों पर काबू पाने की ताकत आती है.
हँसी जीवन की खुशनुमा सुबह है, शीत काल की मधुर धूप है और ग्रीष्म की तपती दोपहरी में घने वृछ की शीतल छाया है.
हँसने वाला स्वयं तो आनन्दित होता ही है, साथ ही पास बैठने वालों को भी आनन्द बाँटता है.
खुल कर हँसने से जीवन का बनावटी पन ही दूर नहीं होता, दूर होती है उदासी व ऊब भी. इस से व्यक्ति प्रफुल्लित व हँस मुख बनता है.
हास परिहास से अपने घर आँगन को सुखमय बनाने में परिवार के सभी लोगों को भागीदार होना चाहिए.