मस्त विचार 756

मंजिल इन्सान के हौसले आजमाती है.

सपनों के परदे आँखों से हटाती है.

किसी भी बात से हिम्मत न हारना.

क्यों कि ठोकर ही इन्सान को

चलना सिखाती है.

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