मस्त विचार 082 | Jul 20, 2014 | मस्त विचार | 0 comments कितनी आसान थी ज़िंदगी कि राहें, मुश्किल हम खुद खरीदतें हैं . और कुछ मिल जाये तो अच्छा होता, बहोत पा लेने पर भी यही सोचतें हैं . Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ