कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं,,, और कभी रास्तों पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं…!
रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलू हैं…
कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं,,, और कभी रास्तों पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं…!
रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलू हैं…