जितना हम इन्हें मान लेते हैं, कभी सुना है ,, कि ” अंधेरों ने सुबह होने ही ना दी हो.
समस्याएं इतनी ताक़तवर नहीं हो सकती
जितना हम इन्हें मान लेते हैं, कभी सुना है ,, कि ” अंधेरों ने सुबह होने ही ना दी हो.
समस्याएं इतनी ताक़तवर नहीं हो सकती