_ कभी सुना है ,, कि”.. अंधेरों ने सुबह होने ही ना दी हो.!!
समस्याएं इतनी ताक़तवर नहीं हो सकती.. जितना हम इन्हें मान लेते हैं,
सबसे ताक़तवर वही है, जो टूटते ख्वाब, बिखरते रिश्ते और डगमगाते सपनों के बीच भी हिम्मत रखे और बोले.. “मैं ठीक हूं”
_ कभी सुना है ,, कि”.. अंधेरों ने सुबह होने ही ना दी हो.!!
समस्याएं इतनी ताक़तवर नहीं हो सकती.. जितना हम इन्हें मान लेते हैं,