जो चल रहा है उस के पैरों में छाला होगा, बिना संघर्ष के इंसान चमक नहीं सकता, जो जलेगा उसी दिए में तो उजाला होगा.
जो मुसकरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा,
जो चल रहा है उस के पैरों में छाला होगा, बिना संघर्ष के इंसान चमक नहीं सकता, जो जलेगा उसी दिए में तो उजाला होगा.
जो मुसकरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा,