Life is born out of pain and ends in pain. To attain glory, no extraordinary merit or power is required- only awareness and performance of duties.
जीवन दर्द से पैदा होता है और दर्द में खत्म होता है, _ महिमा प्राप्त करने के लिए किसी असाधारण योग्यता या शक्ति की आवश्यकता नहीं है – केवल जागरूकता और कर्तव्यों का प्रदर्शन.