मस्त विचार 1752

सफलता के आसमान की ऊंचाई पर हो तब धीरज धरना,

आसमान में उड़ने वाले परिन्दे यही बताते हैं कि……

आकाश में बैठने की जगह नहीं होती,,,,

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected