मोतियों को तो आदत है, बिखर जाने की,
ये तो बस धागे की ज़िद है कि सबको पिरोये रखना है.
माला की तारीफ़ तो करते हैं सब, क्योंकि मोती सबको दिखाई देते हैं.
काबिले तारीफ़ धागा है जनाब, जिसने सब को जोड़ रखा है.
ये तो बस धागे की ज़िद है कि सबको पिरोये रखना है.
माला की तारीफ़ तो करते हैं सब, क्योंकि मोती सबको दिखाई देते हैं.
काबिले तारीफ़ धागा है जनाब, जिसने सब को जोड़ रखा है.