फैसला ये है कि अब आवाज भी नहीं देनी किसी को…
_ हम भी तो देखें, कौन कितना तलबगार है हमारा…
अब मैं तेरे लिए खामोश हूँ, जो कभी “मैं मेरा तलबगार था”
_ ये बात अब भी मुझे याद है कि “तू कभी मेरा प्यार था”
_ हम भी तो देखें, कौन कितना तलबगार है हमारा…
_ ये बात अब भी मुझे याद है कि “तू कभी मेरा प्यार था”