मस्त विचार 3071

हम तो हैं उन फूलों जैसे, जो कांटों में जी लेते हैं.
कितनी ही बर्फ गिरे, आएं कितनी ही आँधियाँ ;

_वो फूल खिल के रहेंगे, जो खिलने वाले हैं..

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