आज का युग भी बड़ा अजीब है, _
_ आप का दुःख दूसरों का मनोरंजन का साधन है ..
किसी जमाने में अपनों के कांटे निकाले जाते थे, _
_ अब तो अपनों की राह में कांटे बिछाए जाते हैं ..
_ आप का दुःख दूसरों का मनोरंजन का साधन है ..
_ अब तो अपनों की राह में कांटे बिछाए जाते हैं ..