मस्त विचार 3419

“उलझने हैं बहुत…सुलझा लिया करता हूँ ,

फोटो खिंचवाते वक़्त मैं अक्सर… मुस्कुरा लिया करता हूँ “

क्यूँ नुमाइश करूँ मैं अपने माथे पर शिकन की,

मैं अक्सर मुस्कुरा के इन्हें.. मिटा दिया करता हूँ..”

क्यूंकि.. “जब लड़ना है खुद को खुद ही से

हार-जीत में इसलिए कोई फ़र्क नहीं रखता हूँ

हारूं या जीतूं कोई रंज नहीं

कभी खुद को जिता देता हूँ

कभी खुद से जीत जाता हूँ….!!

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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