” परेशानी ये है कि, राहें पहाड़ी हैं,
_ खुशी दिल में ये है कि हम चल पडे़ हैं,”
पहाड़ पर चढ़ो ताकि आप दुनिया देख सको,
_इसलिए नहीं कि दुनिया आप को देख सके.
थमता वही है जो पहाड़ हो, वरना झरने तो बहते रहते हैं..!!
यदि आप पहाड़ पर नहीं चढ़ते हैं; तो आप मैदान नहीं देख सकते हैं.