एक तमन्ना थी कि जिन्दगी रंग बिरंगी हो,,
_ “और दस्तूर देखिए जितने मिले, गिरगिट ही मिले !!
ज़िन्दगी में मिला हर शख्स होली ही तो था,
_ कुछ रंग बदलते गए तो कुछ रंग भरते गए.!!
_ “और दस्तूर देखिए जितने मिले, गिरगिट ही मिले !!
_ कुछ रंग बदलते गए तो कुछ रंग भरते गए.!!