मस्त विचार 3984

एक तमन्ना थी कि जिन्दगी रंग बिरंगी हो,,

_ “और दस्तूर देखिए जितने मिले, गिरगिट ही मिले !!

ज़िन्दगी में मिला हर शख्स होली ही तो था,

_ कुछ रंग बदलते गए तो कुछ रंग भरते गए.!!

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