रोज़ी – रोटी कमाने की बात तो सभी सीखा देते हैं ,
लेकिन जो जीवन जीने की कला सीखा दे ,
वही सच में अपना है .
साथ न रहने से रिश्ते नहीं टूटा करते.
वक्त के हाथ से लम्हे नहीं छूटा करते.
लोग कहते हैं कि मेरा सपना टूट गया.
टूटती नींद है सपने नहीं टूटा करते।।
” कबाड़ी के लिए कबाड़ भी सार्थक हो जाता है,
तो, अनाड़ी के लिए हीरा भी व्यर्थ रह जाता है,”
तेरा नूर है कितना लाजवाब, तू कहाँ नहीं जहाँ में
फर्क सिर्फ इतना है,
कहीं तू चुप है बेहिसाब कहीं नाच रहा है बेहिसाब.
आप कितने भी अच्छे क्यों ना हों,
ऐसा कभी नहीं होगा की आप से सब खुश हों.