मस्त विचार 211

बिना पढ़े ही ज़िन्दगी के पृष्ठ मत मोड़.

कर्म पथ को रह पूजता, बीच में मत छोड़.

कर कोशिश सपनों को परवान चढाने की.

खुद ही खुद को यूँ मझधार में मत छोड़.

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected