मस्त विचार 228

कहते हैं गम की गलियों से, होकर मिलते हैं सुख के रास्ते.

इसलिए जरा धीरज रख ले, शायद फिर अपनी सुबह मिले.

हाँ सच है कि गम से बचना है, पर इसका हमसे कहना है.

मैं तुम्हे सिखाने आया हूँ, फौलाद बनाने आया हूँ.

मुझ से इतना घबराओगे, तो ख़ुशी कहाँ से पाओगे. 

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