कर्मों का तूफ़ान पैदा करें, सारे दरवाजे खुल जायेंगे.! परिस्थितिया जब विपरीत होती हैं, तब “प्रभाव और पैसा” नहीं “स्वभाव और सम्बंध” काम आते हैं.
भाग्य के दरवाजे पर, सर पीटने से बेहतर है,
कर्मों का तूफ़ान पैदा करें, सारे दरवाजे खुल जायेंगे.! परिस्थितिया जब विपरीत होती हैं, तब “प्रभाव और पैसा” नहीं “स्वभाव और सम्बंध” काम आते हैं.
भाग्य के दरवाजे पर, सर पीटने से बेहतर है,