“बेरंग है पानी फिर भी…जिन्दगी कहलाता है, ढेर सारे रंग हैं शराब के…,फिर भी गन्दगी कहलाता है. लोग भी कमाल करते हैं…जिन्दगी के गम भुलाने के लिये, गन्दगी में…जिन्दगी मिलाकर पीते हैं.
लाख टके की बात
“बेरंग है पानी फिर भी…जिन्दगी कहलाता है, ढेर सारे रंग हैं शराब के…,फिर भी गन्दगी कहलाता है. लोग भी कमाल करते हैं…जिन्दगी के गम भुलाने के लिये, गन्दगी में…जिन्दगी मिलाकर पीते हैं.
लाख टके की बात