मन- मस्तिष्क में उमड़- घुमड़ कर ही शांत नहीं होते, वे हम से वैसे ही गंदे एवं निरुपयोगी काम भी करा डालते हैं. भले इस से बाद में हमें शर्मिंदगी उठानी पड़े.
गंदे एवं निरुपयोगी विचार……..
मन- मस्तिष्क में उमड़- घुमड़ कर ही शांत नहीं होते, वे हम से वैसे ही गंदे एवं निरुपयोगी काम भी करा डालते हैं. भले इस से बाद में हमें शर्मिंदगी उठानी पड़े.
गंदे एवं निरुपयोगी विचार……..