वो रोज़ जोड़ती है मुझे., फिर से तोड़ने के लिए……
मैं उस किस्मत का सबसे पसंददीदा खिलौना हूँ…
खिलौनों से शुरू हुई थी ज़िन्दगी, अब खिलौना बन कर रह गई है..!!
वो रोज़ जोड़ती है मुझे., फिर से तोड़ने के लिए……
मैं उस किस्मत का सबसे पसंददीदा खिलौना हूँ…