Collection of Thought 331
Everything is made twice, once within the minds of the man and then in the physical reality.
सब कुछ दो बार बनता है, एक बार मनुष्य के दिमाग में और फिर भौतिक वास्तविकता में.
सब कुछ दो बार बनता है, एक बार मनुष्य के दिमाग में और फिर भौतिक वास्तविकता में.
जब कोई व्यक्ति प्रबुद्ध होता है, तभी वह समझ पाता है कि वह मैट्रिक्स में गहरी नींद में था.
हर समय व्यस्त रहना ही काफी नहीं है, व्यक्ति को यह भी देखना चाहिए कि उसका काम उसके और दूसरों के लिए कितना उपयोगी है.
अतीत से सीखो, पल का जश्न मनाओ और भविष्य की ओर देखो। आराम करें…… हर दिन जश्न मनाएं.
सही व्यक्ति खोजें, आप पूर्ण महसूस करेंगे.
आपका मन बगीचा है, आपके विचार बीज हैं…… आप फूल उगा सकते हैं, या आप खरपतवार उगा सकते हैं.