मस्त विचार 3835 | Oct 22, 2023 | मस्त विचार नासमझ ही रहते तो ठीक था, _ उलझने बढ़ गयी हैं जबसे समझदार हुए.
मस्त विचार 3834 | Oct 21, 2023 | मस्त विचार यूँ ही तो नहीं, हर ज़ख्म हमारे हिस्से आया होगा, _ हमारी ही खताओं ने ज़रूर, इन्हें बुलाया होगा.
मस्त विचार 3833 | Oct 20, 2023 | मस्त विचार काश इंसान भी नोटों की तरह होते, _ रोशनी की तरफ करके_देख लेते असली है या नकली..
मस्त विचार 3832 | Oct 19, 2023 | मस्त विचार वक्त के मुट्टी से जैसे हर पल जिंदगी छूट रही है, _ मै वो दरख़्त हूं जिसकी रोज एक शाख़ टूट रही है…
मस्त विचार 3831 | Oct 18, 2023 | मस्त विचार एक उम्र गुज़र गयी तुझे चाहते चाहते .., _ तुझे एक पल नही लगा किसी ग़ैर को अपना बनाते.!!