मस्त विचार 3830

बाँध कर यादों का पुलंदा, रख दिया है अलमारी में,

_जब होगी फुरसत तो देखेंगे, किस किस को जीना है..

मस्त विचार 3825

हम नक़ल जीवन जीते हैं, और नक़ल जीवन बहुत भटकाता है !!
कुछ लोग नक़ल करने के इतने अभ्यस्त हो जाते हैं कि,

_ वे धीरे- धीरे दूसरों की गलतियों की भी नक़ल करने लग जाते हैं.

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