मस्त विचार 3819
एक तू है जो समाया रहता है मुझमें…
एक मैं हूँ जो खुद में ही नहीं रहता…!!
एक मैं हूँ जो खुद में ही नहीं रहता…!!
_ हम ‘होने’ की स्थिति में नहीं जा रहे हैं.
अक्सर हमारे दर्दो में छुपा रहता है दवाओं का पता..
_ किरदार काबिल हुए तो ही याद रखे जाएंगे !
..वैसे भी हमारे उदास रहने से किसी को क्या ही फ़र्क पड़ता है….!!!
जब चाहो माहौल बदल सको !!