मस्त विचार 3599

पहले उलझते थे हर बात पर….अब खामोशी से हार मान लेते हैं,

_ कुछ हादसों ने हमें समझदार बना दिया.

मस्त विचार 3595

किसे सुनाते किस्से ज़िन्दगानी के, __ यहां तो सब ख़ंजर लिए बैठें हैं !!
किस्से सबके जीवन में होते हैं पर किस्सों को याद रखना _ और उन्हें चलती-फिरती तस्वीर की तरह कागज पर उकेरना…._ एक अनुभव ही कर सकता है..!!
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